Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकुले (Jokes)
एक आदमी ने मिठाई की नई दूकान खोली और बोर्ड पर लिखवाया – “यहाँ ताज़ा मिठाई बिकती है”.
एक ग्राहक आया और बोर्ड की ओर देखकर बोला – “इस बोर्ड में ‘यहाँ’ का कोई उपयोग नहीं है. जब तुम्हारी दूकान यहीं है तो फिर मिठाई भी यहीं मिलेगी न !”
ग्राहक के जाने के बाद दुकानदार ने “यहाँ” शब्द बोर्ड से मिटवा दिया.
दूसरा ग्राहक आया और बोर्ड देखकर बोला – “इसमें ‘बिकती है’ क्यों लिखवाया है ? जब दुकान है तो सामान बिकेगा ही, मुफ्त तो बंटेगा नहीं ? मुझे तो ये ‘बिकती है’ शब्द नहीं जंचा !”
उसके जाते ही दुकानदार ने “बिकती है” शब्द भी मिटवा दिया. अब बोर्ड पर सिर्फ “ताजा मिठाई” लिखा रह गया था.
तीसरा ग्राहक आया और बोर्ड की ओर देखकर बोला – “भाई, क्या कोई बासी मिठाई की भी दुकान होती है जो तुमने ‘ताज़ा’ मिठाई लिखवा दिया ?”
दुकानदार ने “ताज़ा” शब्द भी मिटवा दिया. अब बोर्ड पर सिर्फ “मिठाई” लिखा रह गया.
चौथा ग्राहक आया और बोला – “लगता है तुमने अपने ग्राहकों को बिलकुल नादान समझ रखा है. इतनी दूर से मिठाई की खुशबू आ रही है, सामने ही मिठाई रखी दिख रही है फिर भी तुमने बोर्ड पर “मिठाई” लिखवा रखा है ? क्या ग्राहक जानता नहीं है कि मिठाई किसे कहते हैं ?”
दुकानदार ने “मिठाई” शब्द भी मिटवा दिया. अब कोरा बोर्ड टंगा रह गया था.
अगला ग्राहक आया और बोर्ड की ओर देखकर बोला – “भाई, ये खाली बोर्ड दुकान पर अच्छा नहीं लगता …. इस पर कुछ लिखवा लो !”
|