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Originally Posted by आकाश महेशपुरी
जाने किस दिन हो पायेगा भ्रष्टों का अवसान
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ये चाहें तो नाहक़ में ही लड़ जाएं इंसान
नेता बड़े महान कि भइया नेता बड़े महान
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संसद की तोड़ी मर्यादा
भूल गए हैं अपना वादा
खाते हैं भारत की कसमें
रहता कब है नेक इरादा
जाने किस दिन हो पायेगा भ्रष्टों का अवसान-
नेता बड़े महान कि भइया नेता बड़े महान
गीत- आकाश महेशपुरी
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देश के राजनैतिक माहौल और आज के नेताओं पर अच्छी चुटकी ली गई है. यह एक कड़वी सच्चाई है. इस सुंदर तथा उद्देश्यपूर्ण कविता को शेयर करने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद, आकाश जी.