परिमाण की कोटि
किसी राशि के परिमाण को निकटतम दस के घात के रूप में अभिव्यक्ति को उस राशि के परिमाण की कोटि कहते हैं। इस प्रकार कहते हैं कि धरती के द्रव्यमान के परिमाण की कोटि १०२२ टन है जबकि सूर्य के द्रव्यमान के परिमाण की कोटि १०२७ टन है।
महत्ता के क्रमों का प्रयोग प्रायः बहुत लगभग के आंकलनों/तुलनाओं हेतु किया जाता है । यदि दो संख्याएं एक महत्ता के क्रम के अंतर पर हैं, तो एक संख्या दूसरी के लगभग दस गुणा के बराबर है । एसे ही यदि वे दो क्यमों का अंतर दिखाती हैं, तो वह सौ गुणा है । एक ही क्रम के दो नम्बरों में एक ही पैमाने पर स्थित होते हैं । बङी संख्या छोटी संख्या का अधिकतम दस गुणा हो सकती है । यही कारण है सार्थक संख्याओं के पीछे । जो राशि छोङ या पूर्णांकित की जाती है, वह कुल राशि के महत्ता से कुछ क्रम छोटी होती है, अतएव तुच्छ है ।