Re: शेरो-शायरी में मुहावरे
मुहावरा: आस्तीन का सांप
भावार्थ:
निकट रहने वाले व्यक्ति द्वारा शत्रुता का व्यवहार
उदाहरण:
1. रफ़्ता रफ़्ता यार जौहर अपने दिखलाने लगा
आस्तीं का सांप निकला यह तो जी खाने लगा.
(शायर: मिर्ज़ा फिदवीं)
2. डस न ले आस्तीन के सांप कहीं
इन से महफूज़ जिंदगी रखना ..
(आधुनिक शायर: चाँद शेरी)
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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