मित्र यह परस्पर विरोधी विचार नहीं हैं बल्कि इन विचारों का कार्यक्षेत्र सर्वथा भिन्न है. एक विचार जीवन के सुचारू रूप से चलने के दौरान प्रयोग में लाने के लिए है तथा दूसरा आर या पार की स्थिति वाला है. चाणक्य कूटनीति के लिए प्रसिद्द हैं परन्तु एक महान विचारक होने ने नाते उनके विचारों को सिरे से नाकारा नहीं जा सकता. वैसे तीव्र द्रष्टि से देखने पर दूसरा विचार स्वार्थ से भरा और अनैतिक ही लगता है क्यूंकि खुद जीवित रह कर अपने परिवार का बलिदान देना किसी के लिए आसान नहीं.