Re: कुतुबनुमा
उत्तर कोरिया की धमकी बनी चिंता का सबब
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने अमेरिका को लेकर उत्तर कोरिया से अपना रूख बदलने की जो सलाह दी है वह मून द्वारा उठाया गया एक सकारात्मक कदम है। उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया ने अमरीका के खिलाफ परमाणु हमले की धमकी दी है। व्हाइट हाउस प्रवक्ता जे.कार्नी ने भी इन धमकियों को अफसोसजनक बताया है और कहा कि अमरीका इनसे निपटने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहा है। बान की मून ने भी कहा है कि परमाणु धमकियां कोई खेल नहीं हैं। ये बहुत ही गंभीर है और किसी भी गलत निर्णय के गंभीर परिणाम होंगे। दरअसल बढ़ते तनाव को देखते हुए यह आवश्यक है कि संकट से जुड़े सभी पक्षों को स्थिति को शांत करने और बातचीत शुरू करने के प्रयास करने चाहिए क्योंकि अगर भविष्य में यह तनाव और बढ़ता है तो यह पूरी दुनिया के लिए ही चिंता का कारण बन सकता है। दरअसल उत्तर कोरिया जिस तरह के कदम उठा रहा है वह भी इस तनाव को बढ़ाने में काफी मददगार हो रहा है। फरवरी में उत्तर कोरिया ने अपना तीसरा परमाणु परीक्षण किया जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने उसके खिलाफ प्रतिबंध लगाए। उत्तर कोरिया ने औपचारिक रूप से सुरक्षा परिषद के नौ मार्च के उस प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया है जिसमें उससे अपने परमाणु कार्यक्रम रोकने को कहा गया था। अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साझा सैन्य अभ्यास ने भी उत्तर कोरिया की नाराजगी को बढ़ा दिया है। गुरुवार को पूर्वी तट पर उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु मिसाइल मुसुदन तैनात करने के बाद पश्चिमी देशों में हड़कंप मचा है। खबर है कि तीन हजार किलोमीटर मारक क्षमता वाली इस मिसाइल की जद में जापान, दक्षिण कोरिया और अमेरिका भी आ रहा है। कुल मिलाकर बढ़ते तनाव को जितना जल्द हो कम या खत्म करना जरूरी है क्योंकि हालात अगर इसी तरह बने रहे या आने वाले समय में और भी खतरनाक रूप लेते हैं तो यह विश्व शांति के प्रयासों को बड़ा झटका होगा।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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