Re: ग्रेट ब्रदर के व्यंगबाण by Great_brother
मेरा विश्वास है कि ये सूत्र भी आपका पूरा मनोरंजन करते हुए उपयोगी सिद्ध होगा .....
दोस्तों , आखिर मेरा मन भी हो गया ट्वेंटी-ट्वेंटी
विश्व कप जीतने के बाद देश एक बार फिर क्रिकेटमय है। वर्ल्ड कप चल रहा था तो अच्छा भला टाइम पास हो रहा था।
मन लग जाता था। खत्म हुआ तो यही चिंता सता रही थी कि अब क्या करें। कोई काम तो वैसे ही नहीं है। सचमुच परेशानी खड़ी हो जाती है। ऑफिस में घंटे-दो घंटे काम करते हैं तो बोर हो जाते हैं। फिर बाहर जाकर चाय पीओ, राजनीति पर बात करो, घर के रोने रोओ। प्रमिका के नखरों या अत्याचारों की कितनी बातें की जाए। इधर कुछ राज्यों में चुनाव हो भी रहे हैं तो उनके बारे में कोई आइडिया ही नहीं है।
मित्रों आपका स्वागत है इस सूत्र को जारी रखने के लिए अपने विचार को देते रहे ...............
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मनोहर कविताओ.. व्यंगबाण.. शादी के बाद.. तकनिकी टिप्स..पसंद आने पर रेपो++ अवश्य दे...
' तमन्ना ' नसीब की, अब मैं नहीं रखता;
©º°¨¨°º©©º°¨¨°º© जो तुम हो मेहरबां, मुझपे दुआओं की तरह। ©º°¨¨°º©©º°¨¨°º©
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Last edited by great_brother; 08-05-2011 at 04:06 PM.
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