Re: ग्रेट ब्रदर के व्यंगबाण by Great_brother
मेरा विश्वास है कि ये सूत्र भी आपका पूरा मनोरंजन करते हुए उपयोगी सिद्ध होगा .....
दोस्तों , आखिर मेरा मन भी हो गया ट्वेंटी-ट्वेंटी
पर कहते हैं न कि भगवान के घर में देर है अंधेर नहीं। इसलिए अब क्रिकेट का सहारा हो गया है। अब भ्रष्टाचार और घोटालों से हटकर ध्यान ट्वेंटी-ट्वेंटी पर केंद्रित कर लिया है। और फिर यह है भी बहुत मजेदार चीज। अब कुछ दिन तो मजे में निकल जाएंगे। रात को देर तक क्रिकेट देखो और सुबह आराम से उठो। अगर घर के काम-काजों की वजह से नींद पूरी नहीं हो पाए तो आराम से दफतर में सोओ। कोई क्या कहेगा। जब सभी लोग सामूहिक नींद लेंगे, तो काहे की परेशानी। बच्चे भी ज्यादा किट-किट नहीं करेंगे। प्रेमिका भी अधिक परेशान नहीं करेगी।
मित्रों आपका स्वागत है इस सूत्र को जारी रखने के लिए अपने विचार को देते रहे ...............
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मनोहर कविताओ.. व्यंगबाण.. शादी के बाद.. तकनिकी टिप्स..पसंद आने पर रेपो++ अवश्य दे...
' तमन्ना ' नसीब की, अब मैं नहीं रखता;
©º°¨¨°º©©º°¨¨°º© जो तुम हो मेहरबां, मुझपे दुआओं की तरह। ©º°¨¨°º©©º°¨¨°º©
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