Re: ग्रेट ब्रदर के व्यंगबाण by Great_brother
मेरा विश्वास है कि ये सूत्र भी आपका पूरा मनोरंजन करते हुए उपयोगी सिद्ध होगा .....
दोस्तों , आखिर मेरा मन भी हो गया ट्वेंटी-ट्वेंटी
दोस्तों
किसी को पता ही नहीं चलता कि कौन किस तरफ से खेल रहा है। धोनी किधर है और युवराज किधर , यह कन्फ्यूजन बना रहता है। किसी विदेशी खिलाड़ी का अच्छा खेल देखकर भी चिढ़ नहीं होती क्योंकि पता चलता है कि वह सचिन की टीम को जिताने जा रहा है। कल तक साउथ अफ्रीका या ऑस्ट्रेलिया के जिन खिलाडि़यों को खलनायक की तरह देखते थे वे अब आत्मीय लगने लगे हैं। ऐसा मंगलमय माहौल किस खेल में होता है भाई ? देश , प्रांत और शहर सब एक - दूसरे में घुल मिल गए हैं। यहीं असली सेक्युलरिज्म भी मिलेगा। विश्व के नेतागण इससे कुछ सीखें। दोस्तो , आखिर मेरा मन भी हो गया ट्वेंटी - ट्वेंटी।
मित्रों आपका स्वागत है इस सूत्र को जारी रखने के लिए अपने विचार को देते रहे ...............
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मनोहर कविताओ.. व्यंगबाण.. शादी के बाद.. तकनिकी टिप्स..पसंद आने पर रेपो++ अवश्य दे...
' तमन्ना ' नसीब की, अब मैं नहीं रखता;
©º°¨¨°º©©º°¨¨°º© जो तुम हो मेहरबां, मुझपे दुआओं की तरह। ©º°¨¨°º©©º°¨¨°º©
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