Re: खजूर में है अनेकों फायदे
एक पेड़ 50 किलो फल हर मौसम में देता है। इसकी औसत उम्र 50 वर्ष आँकी गई है। इसकी खेती मध्य-पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के सूखे क्षेत्रों में की जाती है। इराक, ईरान और सऊदी अरब में इसका उत्पादन सर्वाधिक होता है। ठंड के दिनों में खाया जाने वाला यह फल बहुत पौष्टिक होता है। इसमें 75 से 80 प्रतिशत ग्लूकोज होता है।
सूखे पिंड खजूर को खारक कहते हैं, जो अक्सर सभी के घरों में मिल जाता है। इसकी पत्तियां काफी उपयोगी होती हैं। इससे टोकरियां, रस्सियां, चटाइयां, पंखे आदि बनाए जाते हैं। पत्तियों के डंठल से छड़ी बनाई जाती है। बीज पीसकर ऊंटों, भेड़ों और घोड़ों को खिलाए जाते हैं। इसके लंबे और मोटे बेलनाकार तनों से पुल और पानी की नलियां बनाई जाती है।
इसके बहुत से उपयोग गिनाए गए हैं। सर्दियों में सेहत बनाने के लिए इससे बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। रंग साफ करता है। दिल को मजबूत बनाता है।
यदि आपने महू से पातालपानी तक कभी रेल यात्रा की हो तो आपने देखा होगा कि यहां खजूर के पेड़ बहुतायत में पाए जाते हैं। छोटे स्टेशन पर पेड़ से तोड़कर ताजे खजूर हमेशा बेचे जाते हैं, जो बरबस ही यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। अब इतने उपयोग हैं इस खजूर के तो फिर कभी मत कहना कि बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर...।
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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