शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
यूं तो अब भारत में भी सगाई के लिए ‘अंगूठी’ का चलन आ गया है, पर पूर्वी देशों में सगाई की अंगूठी का अंदाज ही जरा हट के है. यहाँ सगाई में अंगूठी बांए की बजाय दाएं हाथ की तीसरी अंगुली में पहनाई जाती है. इस परंपरा के पीछे यहाँ की धार्मिक मान्यताएं है. ऐसा माना जाता है कि सारे शुभ और धार्मिक काम हम दाएं हाथ से करते हैं इसलिए सगाई की अंगुठी भी हमें दाएं हाथ की तीसरी अंगुली में पहनना चाहिए. इसका एक और कारण यह है कि तीसरी अंगुली की नस सीधे दिल तक पहुँचती है.