Re: डेंगू बुखार
डेंगू शोक सिन्ड्रोम को परिभाषित किया गया है
१. कमजोर नब्ज चलना
२. नब्ज का दबाव कम होना [20 मिमी एच.जी दबाव से कम ]
३. ठण्ड, व्यग्रता
४ कुछ लोगो मे यह रोग बुखार के १-२ दिन मे आलोचनात्मक चरण तक पहुच जाता है। इस दौरान सीने और उदर गुहा में तरल पदार्थ जमा हो जाते है। इस प्रचलन से शरीर के महत्वपूर्ण अंगों मे तरल पदार्थ की कमी हो जाती है। आमतौर पर (डेंगू आघात सिंड्रोम) शॉक और रक्तस्राव (डेंगू रक्तस्रावी ज्वर) डेंगू के ५-६ प्रतिशत मरीजो मे ही पाए जाते है। लेकिन जो लोग पहले से डेंगू वायरस के अन्य सीरमप्रकारों (माध्यमिक संक्रमण ") से संक्रमित है उन लोगो मे शॉक और रक्तस्राव के पाए जाने कि संभावना बढ़ जाती है।[2][3][3] सीरोलोजी तथा पोलिमर चेन रिक्शन के अध्ययन उपलब्ध है जिनके आधार पर डेंगू की पुष्टि की जा सकती है यदि चिकित्सक लक्षण पाकर इसका संदेह व्यक्त करे।
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मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !!
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !!
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