Re: ईश्वर कौन हैं ?
यह बहस संभवतः ग़लत दिशा में जा रही है। याचिका दायर करने वाले महाशय ने दरअसल यह जानकारी मांगी है कि वह ईश्वर कौन है, जिसके नाम पर राज्यों अथवा केंद्र सरकार में नियुक्त होने वाले मंत्री तथा अन्य सार्वजनिक पदों पर नियुक्त किये गए लोग शपथ ग्रहण करते हैं । दरअसल उनका मंतव्य यह है कि पहले यह तय किया जाए कि जो महाशय शपथ ग्रहण कर रहे हैं उनकी आस्था ईश्वर में है भी अथवा नहीं, आस्था है, तो कौन से ईश्वर में है और वे किसे ईश्वर मानते हैं। अगर आपने पुराणों का अध्ययन किया है अथवा पौराणिक कथाएं पढ़ी हैं, तो ज्ञात होगा कि अनेक असुर भी समय-समय पर स्वयं को ईश्वर घोषित करते रहे हैं। यदि आपका ईश्वर उनमें से कोई है, तो यह अनर्थ के समान है, क्योंकि आसुरी शक्तियों का लक्ष्य ही अनाचार है। अस्तु, आस्था का निर्णय आवश्यक है। इसीलिए याचिका दायर करने वाले ने शपथकर्ता के ईश्वर के स्वरुप के खुलासे की मांग की है।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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