Re: मंटो ने कहा था
मंटो / स्याह हाशिया /मीठा पानी
लूटा हुआ माल बरामद कराने के लिए पुलिस ने छापे मारने शुरू किये. लोग डर के मारे लूट का माल अपने घरों से बाहर फेंकने लगे.
एक आदमी को बहुत दिक्कत पेश आयी. उसके पास शक्कर के दो बोरियां थी जो उसने पंसारी की दूकान से लूटी थीं. एक बोरी तो जैसे तैसे वह पास वाले कुएं में फेंक आया, लेकिन जब दूसरी बोरी उस में फेंकने लगा, तो लड़खड़ा कर खुद भी कुए में गिर पड़ा.
शोर सुन कर लोग जमा हो गए. कुए में रस्से लटकाए गए. दो आदमी नीचे उतरे और उस आदमी को बाहर निकाल लाये. कुछ ही देर बाद वह मर गया.
दूसरे दिन जब लोगों ने कुएं में से पानी निकाला, तो वह मीठा था.
उस रात उस आदमी की कब्र पर दिए जल रहे थे.
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