Re: खेल : मैदान में , मैदान से बाहर
करियर में पहली बार पोल पोजिशन हासिल करने के लिए शूमाकर को लंबा इंतजार करना पड़ा। 1992 में पहली रेस जीतने के बावजूद यह प्रतिष्ठित स्थान उन्हें 1994 की मोनाको ग्रांप्री में मिला।
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मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !!
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !!
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