Re: मेलजोल
दिवंगत पूज्य पिता जी इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता थे। कभी लड़ाई-झगड़े की बात नहीं करते थे। मैं उन्हें सदा कायर समझता रहा। पूज्य पिता जी ने कभी लड़ाई-झगड़ा करने की शिक्षा नहीं दी जिसके कारण मैं सदा लड़ाई-झगड़े से दूर रहा। शान्त स्वभाव देखकर मित्र गण और ‘गणी’ ‘बहादुर बनो’ कहकर जब-तक उकसाते रहते/रहती हैं। आज सम्पूर्ण देश के वकीलों को इस प्रकार वीरता के साथ लड़ते देखकर हमारी आँखों से खुशी के आँसू टपकने लगे और हम समझ गए- पूज्य पिता जी कायर नहीं, महावीर और शूरवीर थे! (अभी और है)
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