Re: नन्ही परी (नन्ही परी दुल्हन बन ससुराल चली)
बहुत सुन्दर कविता जी. आपने कन्या रत्न के जीवन के विविध आयामों पर भावभीने शब्दों से युक्त काव्यात्मक विचार प्रस्तुत किये हैं. कविता अत्यंत प्रभावशाली है. इससे मिलता जुलता एक अन्य सूत्र blogs विभाग में निम्नलिखित लिंक पर "कन्या का जन्म एक त्रासदी नहीं" शीर्षक से चल रहा है:
http://myhindiforum.com/showthread.php?t=11489
इस पर भी एक दृष्टि डाल सकते हैं. धन्यवाद.
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
|