राखी का सन्देश भाई के नाम
यादों के झरोगे आये नजर के सामने
बचपन दर्पण बन सामने आये नजर के सामने
रंगबिरंगे धागों से बनी राखी मन ललचाये नजर के सामने
सावन की बूंदों संग अंखियाँ आंसुआ बहाए भैया की फोटो के सामने
ख़ुशी है ग़म भी है कई भावनाएं भी है नजर के सामने
पर हम खुद को बहलायें जाये सबके सामने ..
बरसतीं आशीष है निकलती दुवायें हैं जब राखी आती है नजर के सामने
यादों की बिजली कौंध जाती एक तस्वीर बना जाती और मन को है तडपाती
कहती है भैया रखना बहना को हरदम नजर के सामने
दूर देश बैठी भैया की लाडो कहे, भाई रहियो सदा नजर के सामने
Last edited by soni pushpa; 28-08-2015 at 10:05 PM.
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