Re: विजेता
- हिंदी पट्टी में बड़ा बदलाव दिखा है? क्या यह सिर्फ मोदी लहर का नतीजा है या गहराई में और भी बातें हैं?
पुरानी राजनीति में मुस्लिम, दलितों, पिछड़ी जातियों को उम्मीदों-अपेक्षाओं वाले सामान्य तबके नहीं वोटबैंक समझा जाता था। अब हिंदी प्रदेश में इन तबकों ने बिल्कुल सामान्य लोगों की तरह वोट दिया है। बेहतर जिंदगी, सड़क, पानी, बिजली जैसी मूलभूत जरूरतों के लिए मत दिया है। उत्तर-प्रदेश में सपा सरकार इसमें बुरी तरह नाकाम रही। लोगों को लगा कि मोदी वास्तविक बदलाव की पेशकश कर रहे हैं। फिर पिछले कुछ वर्षो में संघ के अलावा वाराणसी के आईआईटी ग्रेजुएट लाहिड़ी गुरुजी के नेतृत्व में हिंदुत्व अभियान ने बड़ा काम किया है। यह अंग्रेजी मीडिया के समझ में नहीं आया, जो अंग्रेजी न बोलने वाले या विदेशी डिग्री न होने वाले को कुछ समझता ही नहीं। आज का हिंदुत्व दस-पंद्रह साल पहले वाला हिंदुत्व नहीं है। इसके केंद्र में इकोनॉमिक्स है। आरएसएस ने बदलते राष्ट्र की नब्ज़ पहचानी है।
- नई सरकार ऐसा क्या करे कि देश में छह माह में ही बदलाव का अहसास होने लगे?
दो चीजें हैं कीमतें और बिजली। यदि मोदी देश को दिखा सके कि वे इन दो चीजों पर आगे बढ़ रहे हैं। यदि कीमतें कम होनी लगे और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक बिजली पहुंचे तो यह बहुत बड़ी सफलता होगी। मतदाता समझदार है। उसे पता है कि अचानक कोई जादू नहीं हो सकता। पर यदि मोदी इन दो मोर्चो पर संकल्प दिखाते हैं तो वे बहुत बड़ा फर्क ला सकेंगे।
__________________
मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !!
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !!
|