Re: सफलता के सूत्र :: देवराज के साथ
इसके विपरीत संसार में ऐसे व्यक्ति भी समय-समय पर विभिन्न देशों में पैदा हुए हैं जिन्होंने अपनी सामर्थ्य को समाज की भौतिक समृद्धि बढ़ाने में खपाया। सम्पदा, पद एवं प्रतिष्ठा की कामना से दूर रहकर वे योगी की तरह कार्य में लगे रहे। उनके काम ही बाद में उनके नाम बन गये। ऐसे व्यक्तियों में आविष्कारक वैज्ञानिकों की एक बड़ी संख्या है जिनमें से कुछ मूर्धन्यों का नाम उल्लेखनीय है।
गेब्रियल डेनियल फारेनहाइट ने दुकानदारी के कार्य में विफल होकर भौतिकी का अध्ययन शुरू किया। व्यवसाय अपनाया- काँच का फुलाना तथा भौतिकी यन्त्रों का निर्माण करना। 1724 में उसने 0 डिग्री से 212 डिग्री अक्षांक वाले तापमापी का निर्माण किया। जल के अति शीत होने तथा दाव बदलने के साथ-साथ उबाल बिन्दु बदलने का सिद्धान्त खोजने का श्रेय भी ग्रेबियल को ही है। उसका नाम “फारेनहाइट” ही तापमान मापने की इकाई बना।
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मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... .
तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,...
तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये ..
एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी,
बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी..
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