Re: शताब्दी के महानायक अमिताभ बच्चन
लड़कियों से बातचीत
स्कूल में एक बार एक लड़की ने मुझे कहा था, चलो दोनो फलाना काम साथ करते हैं।उसकी ओर से दोस्ती का पहला कदम था। लेकिन मैंने उसे दुत्कार दिया। पहले टाला, फिर बाद मे कहा कि मुझसे बात मत किया करो। वह भी ऐसे ही बिना कारण के। क्यों किया ऐसे, शायद अपनी इसी इज्जत, और सफलता को बरकरार रखने के लिए क्योंकि लड़कियों से बात करना शराफत की निशानी नहीं मानी जाती और जो लड़की लड़के से बात कर रही हो वह तो क्या ही शरीफ होगी। जरूर उसे दुख हुआ होगा, मुझे तो सालों बाद याद आया कि हाँ उसके साथ ऐसा व्यवहार हुआ होगा और उसका उसे दुख हुआ होगा।
(अमित जी का ब्लॉग)
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