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Originally Posted by aksh
हसीना से बिना मिले ही जान लिया कि वो हसीना थी और उसका वजन ????
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अक्स जी , जिस प्रकार कोयल कि पहचान उसकी आवाज़ से होती है उसी प्रकार ' हसीना ' कि पहचान उसके द्वारा लिखे भावों से होती है यदि कोई शख्स अपनी पहचान छुपा कर लिखता है तो यकीन मानिये कि उसके मन में भी कहीं न कहीं एक ओरत छुपी होती है
हसीना के वजन के बारे में इतना ही कहेंगे उसके शरीर से ज्यादा वज़न तो उनके नखरों का होता है ............... ये तजुर्बा है ख्याल नहीं ... ....