दूसरा महत्त्वपूर्ण फीचर ‘कैपेसिटिव बटन’ से ‘ऑन-स्क्रीन होम, बैक और मल्टी-टास्किंग कीज’ पर स्विच करने का ऑप्शन है। इसके अलावे बजाय क्विक सेटिंग की टच किए या उसे अंगुलियों से ड्रैग करने की कोशिश किए बिना ही आप फोन के सबसे ऊपर बाईं ओर से स्वाइप कर सीधे नीचे क्विक सेटिंग पर आ सकते हैं। फोन के बड़े आकार को देखते हुए यह काफी उपयोगी है।
स्यानोजेन मोड के साथ एक परेशानी यह है आप इसे मजबूत रॉम (ROM) नहीं मान सकते। जैसा कि ऊपर भी जिक्र किया है प्रोसेसर के परफॉर्मेंस के साथ ही किटकैट का मेमोरी में मैनेजमेंट भी अच्छा है। इसमें ‘घोस्ट टच’ इशू भी है जो पहले भी यूजर्स ने महसूस किया होगा। कंपनी ने इसे सुधारने के लिए एक ओटीए अपडेट डाला है लेकिन फिर भी हमारे टेस्ट में हमें कई परेशानियां नजर आईं। मैं भी समझ नहीं पा रहा कि यह सॉफ्टवेयर का इशू है या हार्डवेयर का।
साधारण रूप से रोजान इस्तेमाल के लिए यह एक अच्छा डिवाइस है और सिवा कि कुछ खास मौकों पर यह हैंग हो जाता है।