हमारे दैनिक भोजन में कितना पेस्टीसाईट हमारे शरीर में जाता है...हमें ईसका अंदाजा नहीं होता। लेकिन ईसकी बढ़ती हुई मात्रा चिंता जनक विषय है। एसे घातक रसायण, माईक्रोओर्गेनिझम, कृत्रिम रंग वहैरह केंसर जैसी बिमारी ला सकतें है। यकीन मानीए हम में से हर एक आज बिना पेस्टीसाईट की सब्जीयां नहीं खा रहा।