प्रधानमंत्री को हिन्दी आनी ही चाहिए:प्रणव
नई दिल्ली: देश के निवर्तमान वित्तमंत्री और राष्ट्रपति पद के लिए केन्द्र में सत्तारूढ़ यूपीए के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी ने एनडीटीवी इंडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए साफ कहा कि उनके मन में प्रधानमंत्री नहीं बन पाने का मलाल कभी नहीं रहा।
प्रणब ने यह भी कहा कि दरअसल, प्रधानमंत्री बनने की लालसा ही उनके भीतर कभी नहीं रही। दादा ने साफ कहा कि इस मुल्क का प्रधानमंत्री बनने के लिए हिन्दी पर 'जबरदस्त' पकड़ होना ज़रूरी है। उनके मुताबिक भारत के प्रधानमंत्री को हिन्दी अनिवार्य रूप से आनी चाहिए, क्योंकि हिन्दी आम जनता की भाषा है।
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