Re: पता नहीं बेटा
पता नहीं बेटा
पिता जी!
हाँ, बेटा ?
प्रधानमंत्री ने आज ऐतिहासिक कदम उठाया!
वह क्या बेटा?
उन्होंने आज संसद की कैंटीन में आकर खाना खाया!
यह उनकी सादगी का प्रमाण है, बेटा.
वहां उन्होंने 29 रूपए के बिल का भुगतान भी किया.
हां, बेटा. 10 रू. का सूप, 18 रू. का खाना और 1 रू. का सलाद. यानी कुल 29 रू.
क्या हम भी वहाँ जा कर खाना खा सकते हैं, पिता जी ??
पता नहीं बेटा!
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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