Re: बॉलीवुड शख्सियत
अब्बा के इंतकाल के बाद महमूद अंकल का कई बार टेलीफोन आता था और वे उन दिनों को याद करते करते भावनाओं में बह जाते जब वो और अब्बू साथ हुआ करते थे. कई बार वो ग़मगीन हो जाते और कई बार फ़ोन कर के बताया करते कि “आज मैंने जॉनी भाई के लिये दुआएँ माँगी. मैं उनको बहुत मिस करता हूँ.”
दूसरे कॉमेडियन्स जैसे मारुती, आग़ा मुकरी और जगदीप अंकल के परिवार भी आपस में मिलते रहते थे और उनमे बड़ा भाईचारा था. वो सभी एक व्यवसाय में थे और एक प्रकार से एक दूसरे के प्रतिस्पर्धी थे. लेकिन अब्बू उनके काम की तारीफ़ किया करते थे और बदले में वो सब भी अब्बू पर अपना प्यार बरसाते थे. अब्बू अपने रूह की सच्चाई और विशाल हृदय के कारण ही इतने सारे लोगों की दोस्ती पा सके जो उनके बाद उनके बच्चों द्वारा भी आगे भी निभाई जाती रही.
मुझे यह बताते हुये खुशी होती है कि इन दो महान दोस्तों के परिवारों की दोस्ती उनके जाने के बाद ही खत्म नहीं हो गयी बल्कि उनके बच्चों ने भी परस्पर दोस्ती के उसी जज़्बे को बरकरार रखा है.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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