Re: पता नहीं बेटा
Quote:
Originally Posted by pavitra
बहुत ही अच्छा सूत्र है रजनीश जी......
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इस प्रशंसात्मक टिप्पणी हेतु आपका बहुत बहुत धन्यवाद, पवित्रा जी.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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