View Single Post
Old 19-12-2014, 06:25 PM   #3
DevRaj80
Special Member
 
DevRaj80's Avatar
 
Join Date: Dec 2011
Location: किसी के दिल में
Posts: 3,781
Rep Power: 33
DevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant future
Default Re: रहस्यमयी बेताल या मेंड्रेक कौन है !!!!

अफ़्रीका के काल्पनिक बेन्गाला नामक स्थान पर खोपड़ीनुमा गुफ़ा मे रहकर अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही करता है । उसकी खोपड़ी वाली अँगूठी निशान अपराधियों में भय उत्पन्न कर देता है । अपराधियों से लड़ने वालो की श्रंखला में२१ पीढी वाले वेताल की कहानी १५३६ से आरम्भ होती है ब्रिटिश नाविक क्रिस्टॊफ़र वाकर के पिता समुद्री डाकुओं के हमले में मारे जाते हैं। क्रिस्टोफ़र वाकर अपने पिता के हत्यारे की खोपड़ी पर बुराई सेलड़ने की शपथ लेता है । एक के बाद एक २१ पीढियों तक नकाब धारण करने के कारण लोग है उसे चलता फ़िरता भूत मानने लगते हैं llll
वेताल के पास कोई अलौकिक शक्ति नहीं फ़िर भी वह अपनी शक्ति बुद्धि-कौशल और इस ख्याति से कि वह चलता फ़िरता प्रेत है ,से प्रतिद्वन्दी को हराने में सफ़ल रहता है
इक्कीसवें वेताल की मुलाकात अपने अध्ययन के दौरान अमेरिका में डायना पामर से हुई और फ़िर विवाह डायना पामर से हुआ उनकी दो सन्तानें किट व हेलोइस हुईं । वेताल अपनी खोपडीनुमा गुफा मेंअपने प्रशिक्षित डेविल नाम के भेडिये व हीरो नाम के घोडे के साथ रहता हैश्रृंखला १७ फ़रवरी १९३६, २८ मई, १९३९ को एक रंग रविवार पट्टी द्वारा पीछा किया पर एक दैनिक अखबार पट्टी के साथ शुरू हुआ; दोनों अभी भी २०१३ के रूप में चल रहे हैं। अपनी लोकप्रियता के चरम पर, पट्टी प्रत्येक दिन १०० मिलियन से अधिक लोगों के द्वारा पढ़ा था।
यह श्र्ंखला १७ फरवरी १९३६ व २८ मई१९३९ को एक दैनिक समाचार पत्र मे एक स्ट्रिप या पट्टी के रूप में प्रकाशित होना प्रारम्भ हुएए थी तब से आज तक २०१३ तक दोनो प्रकाशित हो रहीं हैं ली फाक[[४]] ने अपनी मौत तक (ईस्वी१९९९तक )।अब इसे लेखक टोनी डे पाल व चित्रकार द्वयपाल रेयान तथा टेरी बेट्टी द्वारा जारी रखा गया है .
__________________

************************************

मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... .

तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,...

तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये ..

एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी,

बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी..

*************************************
DevRaj80 is offline   Reply With Quote