शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
शादी ब्याह की कुछ परम्परायें
“घाट घाट पर पानी बदले तीन कोस पर वाणी” जी हाँ भारतवर्ष में यह कहावत प्रचलित है. इस कहावत का मूल आशय यह है कि यह देश विविधताओं से भरा है. यह देश संस्कृति और परंपराओं के उच्य मूल्यों के जरिए समय समय पर विश्व समुदायों को अपनी ओर खिंचता रहा है. आप अपने विशाल देश की वैभवशाली परंपराओं और मान्याताओं से भली भांति वाकिफ हैं. इस समय भारत देश में शादी-विवाह का मौसम चल रहा है और यहां की शादी में अपनाई जाने वाली परंपराओं और मान्यताओं से आप जरूर परिचित होंगे. तो चलिए शादी विवाह में होने वाली कुछ ऐसे ही परंपराओं और मान्यताओं की बात करते हैं जो विश्व में प्रचलित है.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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