Re: मुहावरों की कहानी
हिंदी मुहावरा /अपना उल्लू सीधा करना
अभय तिवारी
'अपना उल्लू सीधा करने' की जगह फ़ैलन के मुहावरा कोष में 'अपनाउल्लूकहींनहीं गया' दिया है.. अर्थ वही है कि कोई न कोई मिल ही जाएगा उल्लू बनाने के लिए.. या सवारी करने के लिए.. यहाँ पर ये उल्लेखनीय है कि उल्लू लक्ष्मी जी की सवारी है.. उल्लू पर ही बैठकर लक्ष्मी आती हैं.. बिना उल्लू के कैसे आयेंगी.. तो किसी एक को उनकी लिए सवारी बनकर उनके आगे का मार्ग प्रशस्त करना होगा..
इसी से मिलती बात है उल्लू बनाना.. इसे ऊपर की व्याख्या के प्रकाश में देंखेगे तो मतलब यही निकलेगा.. किसी एक को वाहन बनना होगा.. सारा बोझा उसे ही ढोना होगा.. मगर उसे कुछ नहीं मिलेगा..
मार्क्स ने भी पूँजी के निर्मा की ऐसी ही व्याख्या की है. मज़दूर के मेहनताने का एक हिस्सा पूंजीपति रख लेता है और उससे कैपिटल की रचना होती है तंत्र में इसे बलि देने के समान्तर समझा जा सकता है.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
Last edited by rajnish manga; 27-02-2015 at 08:01 PM.
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