Re: डार्क सेंट की पाठशाला
सच्ची कोशिश से मिलती है कामयाबी
सफलता का मतलब जीतना नहीं बल्कि जीतने की सच्ची कोशिश करना है। अगर पूरी कोशिश करने के बाद भी आप सफल नहीं होते हैं तो दिल में यह सुकून होता कि चलो मैंने सच्ची कोशिश की। यह सुकून ही आपकी सफलता है। आप सफल हैं या नहीं यह तय करने का अधिकार सिर्फ आपको है। अधिकांश माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे को क्लास में ए या बी ग्रेड मिले। अगर किसी बच्चे को सी ग्रेड मिले तो कोई मानने को तैयार नहीं होता। उन्हें लगता है कि सी ग्रेड तो उनके बच्चे के लिए बना ही नहीं है। माता-पिता किसी हालत में अपने बच्चों को रैंकिंग में पिछड़ता नहीं देखना चाहते हैं। उनके लिए सफलता का मतलब ऊंची रैंक हासिल करना था। यह सोच सही नहीं है। ईश्वर ने हर इंसान को अलग-अलग प्रतिभा और भिन्न-भिन्न शक्ल-सूरत दी है। सभी लोग एक जैसे नहीं हो सकते। हर बच्चे को क्लास में ए या बी ग्रेड मिले यह जरूरी तो नहीं। जीत का मतलब नंबर वन बनना नहीं है। किसी विषय में अच्छे अंक पाकर या फिर किसी प्रतियोगिता में ऊंची रैंक हासिल करके आप सफल नहीं बन सकते। कहा जाता है कि दूसरों से बेहतर बनने की कोशिश मत करो। दरअसल उनका आशय यह होता है कि दूसरों से होड़ लेने की बजाय बेहतर यह है कि उनकी अच्छी आदतें सीखो। हमें वह कार्य करना चाहिए जो हम कर सकते हैं , जो हमारी क्षमता में है। अगर आप ऐसा कुछ भी करने की कोशिश करेंगे जो आपकी क्षमता से बाहर है तो यह आपके उन लक्ष्यों को भी प्रभावित करेगा जो आप हासिल कर सकते हैं। महत्वपूर्ण यह नहीं है कि आप सफल हुए या नहीं। महत्वपूर्ण यह है कि आपने लक्ष्य को पाने के लिए कितनी मेहनत की। अगर आपने लक्ष्य हासिल करने के लिए भरपूर कोशिश की है, तो निश्चित रूप से आप सफल हैं। अब अगर आपने किसी काम को करने की कोशिश ही नहीं की है और आप सफल होने की उम्मीद करें, तो यह कदापि संभव नहीं है।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
Last edited by Dark Saint Alaick; 28-08-2012 at 11:29 PM.
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