Re: पैसा----- या------ प्यार
[QUOTE=Pavitra;547731][SIZE="3"]एक अच्छा विषय हमारे बीच रखने के लिये सबसे पहले तो आपका आभार - अब बात आपके प्रश्न की कि पैसा या प्यार ......
.बहुत बहुत धन्यवाद पवित्रा जी ,... आपने बहुत अच्छे तर्क रखे हैं आपकी बात सही है जीवन के लिए धन जरुरी है पैसा जरुरी है .. और खासकर के आज के इस युग में पैसा नही तो इंसान का जीवन नर्कतुल्य बन जाता है ... किन्तु आज अक्सर हम समाज में देख रहे हैं की अब न रिश्तों का मान रहा है न प्यार का स्थान रहा है और मानव समाज अंध सा बन गया है पैसे के लिए अब घर का खर्च बचाने के लिए लोग बूढ़े माँ बाप को vridhdhasharam में भेज देते हैं भूल जाते हैं की उन्ही माँ बाप की वजह से आज वें जो कुछ हैं वो हैं . उनके दुःख को ये लोग नही समझते. , दूजे अब हरकोई ऐश आराम के लिए कही से भी पैसा जमा करना चाहता है जिससे अगाथ मेहनत करते करते आपने परिवार को समय नही दे पाता जिससे समाज मे कई समस्यायों ने जन्म लिया है. बीवी को पति का साथ नही मिलता जो तलाक जैसी समस्या को बढ़ावा देता है बच्चों को बाप का प्यार नहि मिलता, जिससे बच्चे बिगड़ रहे हैं . जिस बच्चे के भविष्य की चिंता के लिए माँ और बाप दोनों नौकरी करते है किन्तु बच्चे का बचपन कहाँ चला गया उनका उन्हें कोई ख्याल नही , बच्चा माँ पापा के साथ रहने के लिए एक- एक मिनिट के लिए तरसता है याने की आज पैसो की भाग दौड़ में एक nai समस्या ये भी उत्पन हुई है की समय न मिल पाने के कारन पति पत्नी , माँ, बच्चे, बाप बेटे के संबंधों में दरार की वजह से तलाक बढ़ रहे है समाज में , बच्चे गलत रस्ते अपना रहे हैं समाज में . और इन्सान खुद इतना थक रहा है की नींद की दवाई के बिना सो नही पाता, याने मेरा कहने का अभिप्राय ये है की पैसा बुरा नही किन्तु जबतक एक लिमिट में उसके पीछे भागा जाय पैसा हमारे जीवन की आवश्यकतायें पूरी करता है. पर प्यार और रिश्ते की भी उतनी ही जरुरत है आज समाज में हरेक परिवार को . दोनों एक दूजे के पूरक हैं पर जहा अधिकता आइ वहाँ से ही सत्यानाश शुरू ...
Last edited by soni pushpa; 31-01-2015 at 02:18 AM.
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