फ्रांसीसी में प्रकाशित हुई रामायण
नई दिल्ली ! भारतीय साहित्य की विश्वप्रसिद्ध रचना रामायण को अब फ्रांसीसी भाषा में प्रकाशित किया गया है। लेखिका, संपादक और प्रकाशक डाएने दे सेलीयर्स ने 10 सालों से भी अधिक समय की मेहनत के बाद ‘रामायण बाइ वाल्मीकि’ के फ्रांसीसी संस्करण की रचना की है। सात किताबों के इस संग्रह में 16वीं से 19वीं सदी के दौरान रामायण से जुड़े लघुचित्रों को भी शामिल किया गया है। सेलीयर्स ने यहां बताया, ‘‘रामायण मेरे लिए एक संपूर्ण साहित्यिक दस्तावेज है, क्योंकि यह दार्शनिक और आध्यात्मिक नजरिए को एक साथ प्रस्तुत करता है। इसमें मानवीय भावनाओं की भी सटीक व्याख्या की गई है। यह एक उत्कृष्ट काव्य है।’’ अपनी रचना को पूरा करने के लिए उन्होंने भारत, यूरोप, अमेरिका, पाकिस्तान, कतर, आस्ट्रेलिया और कनाडा के कई संग्रहालयों से जानकारी जुटाई है। वर्ष 1997 में भारत के अपने पहले दौरे में तमिलनाडु और केरल की यात्रा के दौरान सेलीयर्स भारत की सांस्कृतिक विविधता और लोगों में इस ग्रंथ की प्रासंगिकता से काफी प्रभावित हुईं। सेलीयर्स ने कहा, ‘‘मैं यहां की संस्कृति की जड़ों को तलाशना चाहती थी और रामायण सबसे प्राचीन उपलब्ध साहित्य है।’’ 16वीं शताब्दी के अंत में मुगल बादशाह अकबर ने इस महाकाव्य का फारसी में अनुवाद कराने का फैसला किया और 1588 में 166 लघुचित्रों के साथ इसकी रचना करवाई।
उन्होंने बताया कि अकबर के वक्त का यह लघुचित्र जयपुर के महाराजा सवाई मान सिंह संग्रहालय में मौजूद हैं, हालांकि आम यह लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है। सेलीयर्स ने जिस रामायण की रचना की है, उसका आधार मैडेलीन बियारडेउ की ओर से फ्रांसीसी भाषा में किया गया अनुवाद है। इस रचना की कीमत 58 हजार रुपए रखी गई है। दिल्ली में कल इस किताब को लोकार्पण करने के मौके पर फ्रांस के विदेश मंत्री एलेन जुप्पे ने कहा, ‘‘रामायण महाकाव्य भारतीय समाज के संस्थापक मूल्यों का एक महत्वपूण स्रोत है। सेलीयर्स 2012 की दिवाली तक इसके अंग्रेजी संस्करण को भी प्रकाशित कराना चाहती हैं और उन्हें उम्मीद है कि इसके लिए प्रायोजक मिल जाएंगे।