लोग बड़े गर्व से कहते हैं कि- आजकल महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों की बराबरी कर रही हैं। जैसे पुरुष होना या पुरुषों की बराबरी कर लेना कोई बहुत महान बात होती हो। :/
और महिलाएं खुद भी बड़े गौरवपूर्ण तरीके से कहती हैं कि हम किसी भी मायने में पुरुषों से कम नहीं हैं। जैसे खुद की कोई self-respect ही न हो। यही वजह है कि महिलाएं ज़्यादा तरक्की नहीं करती क्यूंकि वो ये सोच कर काम नहीं करती कि उन्हें सफल होना है बल्कि ये सोच कर करती हैं कि पुरुषों की बराबरी करनी है।
ughhh m just fed up of this attitude
PS sry frustration itna zyada hai ki word limit cross kardi.... :P