Re: मृत्यु के बाद उसने बताया मरने के बाद का राज
मरने के बाद कैसा लगा?
यह पूछे जाने पर कि मृत्यु के बाद उन्हें कैसा लगा? इसका जवाब देते हुए मायर्स ने बताय कि 'यह समझने के पूर्व तक कि मेरी मृत्यु हो चुकी है, मैं यह समझता रहा कि किसी अनजान नगर में रास्ता भूल गए हैं। जिन्हें वे मृत जानते थे उन्हें देखकर भी यही विचार आया कि वह केवल कल्पना ही है।
'सोसायटी फॉर दि साईकिक्यल रिसर्च' की अमेरिकी शाखा के सचिव डॉ. हजसन ने भी वादा किया था कि वह मृत्यु के बाद वापस आएंगे। अपने वादे के मुताबिक यह मृत्यु के एक सप्ताह के बाद ही श्रीमती पाइपर को माध्यम बनाकर लोगों के बीच आ पहुंचे।
इन सभी घटनाओं का जिक्र मृत्यु के पार नामक पुस्तक में किया गया है। इस पुस्तक के लेखक स्वमी अभेदानंद हैं।
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ज्ञान का घमंड सबसे बड़ी अज्ञानता है, एंव अपनी अज्ञानता की सीमा को जानना ही सच्चा ज्ञान है।
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