Re: शाकाहार
आप से सहमत हूँ। हम शाकाहारी थे, और रहेंगे भी।
पर हम माँसाहारियों की आलोचना नहीं करेंगे।
दोनों पक्षों का तर्क मजबूत है और यह मामला दुनिया की किसी भी अदालत में तय नहीं हो सकता।
विवाद केवल शाकाहारी और माँसाहारियों के बाच नहीं है
माँसाहारी खुद आपस में भिड रहे हैं
सूअर, गाय, कुता/बिल्ली खाएं या न खाएं?
शाकाहारी भी बंट गए हैं।
क्या प्याज / लेहसुन खाना ठीख है? और आलू ? ह्मे आलू बहुत पसन्द है।
दक्षिण भारत के कुछ ब्राह्मण लौकी नहीं खाते. कुछ परिवारों में बैंगन वर्जित है
त्योहारों के अवसर पर ’प्याज’ वर्जित है।
आप कहाँ कहाँ रोक लगाएंगे? और किस किस पर? और कब?
आखिर हमने तय कर लिया कि इस प्रश्न पर कोई अन्तिम और सही निर्णय कभी संभव नहीं ।
जैसे अन्ग्रेज़ी में "live and let live" कहते हैं वैसे हम " eat and let eat" की नीति अपनाते हैं
इस चर्चे में भाग लेने का अवसर के लिए धन्यवाद।
शुभकामनाएं
GV
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