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काबुल में संघर्ष खत्म, सभी आतंकवादियों की मौत, 18 घंटों तक चली कार्रवाई
काबुल। अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों ने राजधानी काबुल में तालिबान द्वारा किए गए भयावह हमले को 18 घंटे के बाद सोमवार सुबह समाप्त करते हुए संसद के पास दो इमारतों में छिपे सभी आतंकवादियों को मार गिराया। इस काम में नाटो के हेलीकॉप्टरों ने हवाई निशाना साधा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बलों ने केंद्रीय राजनयिक इलाके से आतंकवादियों का सफाया कर दिया है और शहर के पश्चिमी भाग में स्थित संसद के पास गोलीबारी कर रहे आखिरी हमलावर को भी मार गिराया। अधिकारियों के अनुसार संघर्ष में कम से कम 32 आतंकवादी और एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई। पांच नागरिकों समेत 30 लोग जख्मी हो गए हैं। काबुल निवासियों को आज दूसरे दिन भी विस्फोटों और गोलीबारी की आवाज सुनते हुए दहशत में रहना पड़ा। लेकिन अफगान बलों ने उन दो स्थानों पर आतंकवादियों को निशाना बनाया और उनका खात्मा कर दिया जहां वे रात भर छिपे रहे। साफ तौर पर नाटो और अफगान सुरक्षा बलों के आत्मविश्वास को कमजोर करने के लिहाज से रची गई साजिश के तहत किए गए हमले पर सुबह तक विराम लगा दिया गया। आतंकवादियों के मारे जाने के बाद शहर में सन्नाटा पसर गया और मुख्य सड़कों पर कारतूसों के खोल देखे जा सकते थे। अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सिद्दीक सिद्दीकी ने बताया कि काबुल में लड़ाई खत्म हो चुकी है। काबुल में सभी तीन स्थानों को खाली करा लिया गया है तथा सभी आतंकवादी मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि काबुल के समयानुसार आज सुबह 7.20 बजे संघर्ष समाप्त हो गया और सभी सड़कें अब खोल दी गई हैं। काबुल तथा तीन अन्य अफगान शहरों को कल आत्मघाती हमलों का निशाना बनाया गया था जिनमें दूतावासों और नाटो के अड्डों को प्रमुख रूप से निशाना बनाया गया। इन हमलों को लेकर तालिबान ने कहा है कि ये उसके हमले की शुरुआत है। राजधानी की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अफगान सुरक्षा बलों ने हमले पर जवाबी कार्रवाई की कमान संभाली। जैसे ही आतंकवादियों ने शहर के राजनयिक इलाके पर हमला बोला तो शहर में छह महीने से अधिक समय बाद किए गए पहले बड़े हमले में अमेरिकी, ब्रिटिश, जर्मन तथा जापानी दूतावास परिसरों पर भी गोलीबारी हुई। हालांकि किसी भारतीय ठिकाने पर निशाना नहीं साधा गया। बताया जाता है कि सभी दूतावासों में लोग सुरक्षित हैं। दिल्ली में विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार काबुल में सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं। आतंकवादियों ने राजधानी के वजीर अकबर खान इलाके में काबुल स्टार होटल पर हमला बोला और कुछ ने रॉकेट दागते हुए अफगान संसद में घुसने का प्रयास किया लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक लिया और पीछे खदेड़ दिया। उस समय संसद का सत्र चल रहा था और कुछ सांसदों ने सुरक्षा बलों के साथ मिलकर आतंकवादियों का मुकाबला करने का दावा किया। सांसद मोहम्मद नईम ललाई के हवाले से बताया गया कि उनके समेत कुछ सांसदों और उनके अंगरक्षकों ने भी उग्रवादियों से लोहा लिया। आतंकवादियों ने तीन प्रांतीय शहरों जलालाबाद , लोगार तथा पकतिया में भी हमले किए। संवाददाताओं को भेजे संदेश में तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने हमलों की जिम्मेदारी लेते हुए धमकी दी कि ये हमले शुरुआत हैं। उसने कहा कि आत्मघाती हमलावरों ने काबुल में तथा तीन प्रांतों की राजधानियों पकतिया, नांगरहार और लोगार में अफगान व नाटो के ठिकानों पर निशाना साधा। मुजाहिद ने कहा कि इन सभी हमलों में हल्के एवं भारी हथियारों, आत्मघाती बेल्टों, आरपीजी, रॉकेटों, भारी मशीन गनों तथा हथगोलों के साथ दसियों मुजाहिदीन लड़ाके निशाना बनाए गए स्थानों पर हमले कर रहे हैं। अफगान अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने दो हमलावरों को गिरफ्तार भी कर लिया है जो दूसरे उपराष्ट्रपति मोहम्मद करीम खलीली को मारने के इरादे से आए थे।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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