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Old 01-04-2012, 07:39 AM   #1
DevRaj80
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Default यहां अकेले हैं भगवान राम

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यहां अकेले हैं भगवान राम



ढोलक की थाप, गाजेबाजे के साथ संगीत के सुरीले सुर फिजाओं में घुलते जा रहे है। भगवान राम की जयकारे से वातावारण गूंजायमान हो उठा है। श्रीराम की भक्ति से ओतप्रोत लता मंगेशकर का ये भजन -श्रीराम चंद्र कृपालु भज मन हरण भवभय दारूणम के सुर श्रद्धालुओं को भाव-विह्वल कर रहे हैं। भजन, कीर्तन और जयकारे की बेला में मंदिर में हवन के साथ हो रहे मंत्रोच्चार की ध्वनि भी सुनी जा सकती है। अब रामलला के मंदिर से निकलकर रथ पर सवार होने का समय हो गया है।



भगवान राम मंदिर से निकलकर चांदी की पालकी पर सवाल हो गए है। राम के इस अनोखे रूप का दर्शन कर भक्ति की इस धारा में श्रद्धालु बहते चले जा रहे हैं। भगवान राम की भक्ति में डूबे कुछ श्रद्धालुओं के नेत्रों से आंसुओं की अविरल धारा बह चली है।

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