Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
खाद्य सुरक्षा विधेयक से पहले लोकपाल को पारित किया जाए : टीम अन्ना
नयी दिल्ली ! टीम अन्ना ने मांग की है कि संसद में खाद्य सुरक्षा विधेयक से पहले लोकपाल विधेयक को पारित किया जाना चाहिए ताकि खाद्य सुरक्षा पर खर्च होने वाले पैसे का दुरुपयोग नहीं हो सके। टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘लोकपाल विधेयक को खाद्य सुरक्षा विधेयक से पहले पारित किया जाना चाहिए। ऐसी स्थिति में खाद्य सुरक्षा के लिए पैसे दिए जाने का कोई मतलब नहीं होगा, नहीं तो पैसे विभिन्न दलों, मंत्रियों और अधिकारियों की जेब में जाएंगे।’’
उन्होंने कहा कि माना जा रहा है कि खाद्य सुरक्षा पर एक लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा और दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी का कहना था कि सिर्फ 15 फीसदी पैसे जनता तक पहुंचते हैं। केजरीवाल ने कहा, ‘‘इसका मतलब यह है कि सिर्फ 15 हजार करोड़ जनता तक पहुंचेंगे और 85 हजार करोड़ रुपये भ्रष्टाचार की भेंट चढ जाएंगे । खाद्य सुरक्षा विधेयक तब तक जनता की सुरक्षा नहीं कर सकेगा जब तक लोकपाल विधेयक को पारित नहीं कर दिया जाता।’’
इस बीच हजारे आज दिल्ली आने की अपनी योजना में बदलाव करते हुए अपने पैतृक गांव रालेगण सिद्धि के लिए रवाना हो गये जहां वह अगले तीन-चार दिन रुकेंगे। हजारे के करीबी सहयोगी सुरेश पठारे ने कहा कि हजारे रालेगण सिद्धि पहुंच गये हैं और अगले तीन से चार दिन यहां रुकेंगे।
हजारे ने आज अपना हैदराबाद का कार्यक्रम रद्द कर दिया और वह इन अटकलों के बीच दिल्ली जाना चाहते थे कि संसद में लोकपाल विधेयक पेश किया जा सकता है। 74 वर्षीय हजारे संसद में लोकपाल विधेयक पेश किये जाते वक्त दर्शक दीर्घा में बैठना चाहते हैं।
उधर टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने कहा कि सीबीआई को स्वतंत्र करने में सीबीआई की अनिच्छा उसके अतीत को बचाने के लिहाज से दिखाई देती है। उन्होंने कहा, ‘‘लोग सीबीआई को प्रभावशाली बनाने की मांग कर रहे हैं ्र न कि उसे विभाजित करने की। सीबीआई के बिना कैसा लोकपाल? फिर लोकपाल की क्या जरूरत है। सरकार का मजबूत लोकपाल से क्या आशय है। अन्ना ने किसके लिए अनशन किया?’’
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
|