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पराग दवे और अविनाश नायर ।। अहमदाबाद
देश के जाने-माने बिजनेस स्कूलों के छात्रों पर इस साल पैसे की झमाझम बारिश होने वाली है। कंपनियां इस बार ज्यादा ग्रैजुएट्स को एक करोड़ से ज्यादा सैलरी ऑफर कर सकती हैं। हालांकि, इसका मोटा हिस्सा वेरिएबल पे के रूप में होगा। इंडियन इकॉनमी की जोरदार ग्रोथ की संभावना और पश्चिमी दुनिया की सुधरती अर्थव्यवस्था के चलते ज्यादा कारोबारी सौदे हो सकते हैं, जिससे किसी निवेश बैंकर, पीई असोसिएट या आईटी प्रफेशनल को अपनी सैलरी में दर्ज पूरी वेरिएबल पे या उससे ज्यादा रकम हासिल करने का मौका मिल सकता है।
दिल्ली की एग्जेक्युटिव सर्च फर्म ग्लोबलहंट के डायरेक्टर सुनील गोयल ने कहा, 'इस बात की पूरी संभावना है कि आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूलों में एक करोड़ रुपए से ज्यादा के कई सैलरी पैकेज ऑफर किए जाएंगे। कंपनियां हर एक को तो इतनी रकम देंगी नहीं। जिसमें प्रतिभा होगी, उसे ही अच्छी सैलरी मिलेगी।'
सिटी बैंक, यूबीएस, जेपी मॉर्गन, मॉगर्न स्टैनली और क्रेडिट सुइस जैसे निवेश बैंक 40-70 लाख रुपए का पैकेज देते रहे हैं। एक करोड़ रुपए से ज्यादा के ज्यादातर पैकेज में वेरिएबल पे का हिस्सा अहम होगा। मंदी के दौरान कर्मचारियों पर लागत घटाने के लिए कंपनियों ने वेरिएबल पे का सहारा लिया था। वेरिएबल पे तब बढ़ाई जाती है, जब कंपनियां अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव से निपटने के लिए अपनी लागत के तय हिस्से पर काबू पाना चाहती हैं।
गोयल ने कहा, 'कॉस्ट टू कंपनी का बुनियादी फलसफा बदल रहा है। आज वेरिएबल पे का स्तर ज्यादा रखा जा रहा है। बैंकिंग और फाइनैंस जैसे तेज ग्रोथ वाले सेक्टरों में वेरिएबल पे सीटीसी के 60 फीसदी तक जा सकती है, जो मंदी के पहले महज 20-30 फीसदी थी। हालांकि, ऐसा कुछ ही मामलों में होगा।'
आईआईएम सूत्रों ने बताया कि 5-6 छात्रों को पिछले साल एक करोड़ रुपए से ज्यादा का सैलरी पैकेज ऑफर किया गया था। इस साल यह आंकड़ा बढ़कर 10-12 हो सकता है। एसएंडएस असोसिएट्स के डायरेक्टर संजीत पॉल सिंह ने कहा कि विलय और अधिग्रहण का बाजार आकर्षक दिख रहा है, जिससे आईआईएम के ग्रैजुएट्स को फायदा होगा। निवेश बैंक ऐसी ज्यादातर डील लपक लेते हैं और प्रदर्शन आधारित वेतन पर वे कभी भी कोई सीमा नहीं लगाते हैं। उन्होंने कहा, 'इससे युवा ग्रैजुएट्स को इस बढ़िया साल में 100 फीसदी से ज्यादा वेरिएबल पे हासिल करने का मौका मिलेगा।'
साल 2010 में भारत में 1.22 अरब डॉलर का पटनी-आईगेट सौदा, 3.7 अरब डॉलर का पिरामल हेल्थकेयर-एबॉट सौदा, 72.6 करोड़ डॉलर का पारस-रेकिट सौदा और 10.7 अरब डॉलर का भारती-जैन सौदा जैसी कुछ बड़ी एमएंडए डील को अंजाम दिया गया।
वडोदरा की शाह संजीव एंड असोसिएट्स के संजीव शाह ने कहा, 'साल 2009 में भारत में एमएंडए बाजार महज 20 अरब डॉलर का था, जो 2010 में 800 सौदों के साथ 80 अरब डॉलर का हो गया।'
आईआईएम-अहमदाबाद में कैंपस रिक्रूटमेंट शुरू हो गया है और बाकी आईआईएम में भी अगले महीने यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। हालांकि, कंपनियां उन छात्रों को प्री-प्लेसमेंट ऑफर (पीपीओ) दे चुकी हैं, जिन्होंने उनके साथ इंटर्नशिप की थी। आईआईएम-ए में इस साल पीपीओ 60 से बढ़कर 80 और आईआईएम-बंगलुरु में 70 से बढ़कर 73 हो गए हैं।
ग्लोबलहंट के गोयल ने कहा, 'वेरिएबल पे खासतौर से उन कंपनियों में ज्यादा होता है, जिनमें कर्मचारियों को उपभोक्ताओं से सीधे डील करनी होती है।' एसएंडएस असोसिएट्स के संजीत पॉल सिंह ने कहा, 'हमने जाने-माने निवेश बैंकों के लिए अच्छी डील हासिल करने वाले कर्मचारियों को 300 फीसदी तक वेरिएबल पे पाते देखा है। आने वाले सालों में निवेश बैंकों की राह अच्छी दिख रही है, लिहाजा वे बड़ी संख्या में नौकरियां भी देंगे। वेरिएबल पे कुल सीटीसी के 40 फीसदी तक जा सकती है। सैलरी में 20 फीसदी इजाफा होने की उम्मीद है, लेकिन विदेश में कार्यरत बेहतर कर्मचारियों को एक करोड़ रुपए से ज्यादा का पैकेज मिल सकता है।
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