Re: एक और हस्तकला के नमूने
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Originally Posted by kuki
बहुत बढ़िया।
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Quote:
आपकी तारीफ़ की तुलना सिर्फ आपकी तारीफ़ से ही की जा सकती है रजनीश जी
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.........साधु साधु
devraj
कुकी जी और देवराज जी को उनकी उत्साहवर्धक टिप्पणियों के लिए हार्दिक धन्यवाद. देवराज जी ने तो काव्यमय तारीफ़ भी कर दी है.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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