Re: Indian tour of Australia 2014-2015
ऑसट्रेलिया में मेहमान टीम सीरीज तो नहीं बचा सकी, लेकिन उसने मेलबर्न में ड्रा खेलकर अपना दमखम जरूर दिखा दिया। जनवरी 2008 के बाद पहली बार इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में मैच ड्रा किया है। इस दौरान हुए सभी टेस्ट मैचों में इंडिया को पराजय का मुंह देखना पड़ा था।
एडिलेड और ब्रिस्बेन की तरह मेलबर्न में भी टीम इंडिया के पास मैच जीतने का मौका था, लेकिन वह एक बार फिर चूक गई। मैच ड्रा में जरूर खत्म हुआ, लेकिन हाथ आया मौका गंवाने का दुख इससे ज्यादा बड़ा है। इंडिया के लिए मेलबर्न में हाथ आया मैच गंवाने के पीछे एक फैक्टर और 6 खिलाड़ी कारण हैं।
टीम इंडिया के मेलबर्न टेस्ट न जीत पाने का सबसे बड़ा कारण पुछल्ले बल्लेबाज रहे। ना तो टीम इंडिया के पुछल्ले बल्लेबाज बल्ले से रन बना पाए और ना ही हमारे गेंदबाज मेजबान टीम के लोअर ऑर्डर पर काबू पा सके।
इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच अंतर रहे पुछल्ले बल्लेबाज। ये आंकड़े दोनों टीमों के इस अंतर को उजागर करते हैं -
8-11वें क्रम के बल्लेबाजों का परफॉर्मेंस इंडिया ऑस्ट्रेलिया
मैच 3 3
रन 174 347 (3 हाफ सेंचुरी)
औसत 11.60 38.55
हाई स्कोर 35 रन 88 रन
ऑस्ट्रेलिया के पुछल्ले बल्लेबाज मिचेल जॉनसन ने तीन मैचों की पांच पारियों में 44.33 के औसत से 133 रन बनाए। वे दो बार नाबाद रहे और उनका हाई स्कोर 88 रन का रहा।
इंडिया के लिए निचलेक्रम में सिर्फ आर अश्विन एकमात्र उम्मीद नजर आए। उन्होंने चार पारियों में 62 रन बनाए।
नहीं जमा सके पार्टनरशिप
इंडिया के लिए पुछल्ले बल्लेबाज साझेदारी करने में भी नाकाम रहे। 7वें से 10वें विकेट के लिए भारतीय बल्लेबाजों ने कुल 315 रन जोड़े। शिखर धवन और उमेश यादव ने ब्रिस्बेन टेस्ट में 8वें विकेट के लिए 60 रन जोड़े, जो कि इंडिया के लिए पुछल्ले बल्लेबाजों द्वारा की सर्वश्रेष्ठ साझेदारी रही।
वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए पुछल्ले बल्लेबाजों ने मिलकर 15 सॉलिड साझेदारियां कीं। ऑस्ट्रेलिया के लिए लोअर ऑर्डर बल्लेबाजों ने 749 रन की पार्टनरशिप्स कीं, जिसमें तीन सेंचुरी और चार फिफ्टी प्लस रन की साझेदारियां रहीं।
__________________
Disclamer :- All the My Post are Free Available On INTERNET Posted By Somebody Else, I'm Not VIOLATING Any COPYRIGHTED LAW. If Anything Is Against LAW, Please Notify So That It Can Be Removed.
|