Re: प्रेरक प्रसंग
एक बार गुरुदेव नानक जी अपने शिष्य के साथ भ्रमण पर जा रहे थे..वे एक गॉव में पहुँचे तो उन्होंने देखा की उस गाँव के सभी लोग हमेशा आपस में झगड़ते रहते है और कोई भी किसी का सम्मान नहीं करता है..गुरुदेव नानक जी गाँव से बहार निकले और बोले "सभी इक्कठे रहना"
कुछ दिनों के बाद वे दूसरे गाँव में पहुँचे और वहाँ पाया कि सभी गाँव वाले आपस में मिलजुल कर रहते है, सभी में प्रेम भाव है और वे लोग कभी एक दुसरे के बारे में बुरा नहीं बोलते हैं...गुरुदेव नानक जी गाँव से बहार निकले और बोले
"सभी बिखर जाना "
उनके शिष्यों में से एक ने बोला गुरुदेव जिस गाँव में सभी लोग आपस में झगडते थे,एक दूसरे के बारे में भला बुरा बोलते थे और हमेशा एक दूसरे की शिकायत करते थे, उन्हें आपने इक्कठे का आशीर्वाद दिया और यहाँ के लोग कितने अच्छे सभी में आपस में भाई चारा है, तो आप ने इन्हें बिखर जाने को बोला..ऐसा क्यूँ गुरुदेव..??
गुरूजी मंद मंद मुस्कुराते हुए बोले...बुराई को कभी फैलने नहीं देना चाहिए इसीलिए मैंने उन्हें इक्कठे रहने का आशीर्वाद दिया और अच्छाई फूल की खुशबू के समान होती है.. अत: उन्हें मैंने बिखर जाने का आशीर्वाद दिया ताकि उनकी सुगंध का सभी लाभ ले सके..
__________________
|