उपचार तनाव का
उपचार तनाव का
जो लोग नौकरी करते हैं, वे अपने मैनेजमेंट की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए दिन-रात कुछ न कुछ उपाय सोचते रहते हैं। इस प्रकार मानसिक तनाव बढ़ता है। यहां पढ़िए एक मैनेजमेंट संस्थान से जुड़ा प्रसंग, जहां के कर्मचारी काम के बोझ की वजह से तनाव में रहते थे... किस प्रकार एक मनोवैज्ञानिक ने उन्हें खुश रहने का तरीका बताया...
किसी शहर के मैनेजमेंट संस्थान में कर्मचारी काम को लेकर बहुत स्ट्रेस (तनाव) में रहते थे। इसका प्रतिकूल असर उनके स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन पर पड़ रहा था, इसलिए उस संस्थान ने कर्मचारियों को ‘स्ट्रेस मैनेजमेंट’ के बारे में समझाने के लिए मनोवैज्ञानिक को आमंत्रित किया। आरंभिक परिचय के बाद मनोवैज्ञानिक ने कर्मचारियों के समक्ष पानी से भरा गिलास उठाया। कर्मचारी समझे कि अब ‘आधा गिलास खाली या आधा भरा है’ पूछा और समझाया जाएगा। किंतु मनोवैज्ञानिक ने पूछा, ‘इस गिलास में भरे पानी का कितना वजन होगा?’
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
Last edited by rajnish manga; 11-02-2015 at 09:56 PM.
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