एसा नहीं है की कोर्पोरेट जगत में सिर्फ विकासशील काम ही किए जाते है और छुट्टीयां नहीं होती! अमेरिका या ब्रिटन, जहां से भी यह
कोर्पोरेट जगत का चलन शुरु हुआ है वहां पुरा महीना क्रिसमस की तैयारीयां होती है, जुलुस निकाले जाते है। साल के बीच में
पुरा महीना विदेशो की सैर की जाती है। या फिर हफ्ते के अंत में
बेतुकी पार्टीयां होती ही रहती है। तो हम सब भारतीय भला हमारे
खुद के युगो से चले आ रहे उत्सव/त्यौहार क्युं नही मनाएंगे भला?