यह खबर जब मुझे पता चली तो काफी बड़ा झटका लगा, ७० साल पुरानी बीबीसी हिंदी सेवा बंद होने जा रही है. बीबीसी ने officially declare किया है की
Quote:
कुछ भारी वित्तीय कठिनाइयों की वजह से बीबीसी वर्ल्ड सर्विस ने बहुत सोच विचार कर और दुखी मन से कुछ फैसले लिए हैं. इन फैसलों के तहत कुछ भाषाओं की सेवाओं को पूरी तरह से बंद किया जा रहा है. कुछ भाषाओं में शॉर्टवेव रेडियो के प्रसारण बंद होंगे जिनमे हिंदी भी शामिल है. ये निर्णय मार्च के अंत में लागू हो जाएगा. हालांकि बीबीसी हिंदी वेबसाइट के माध्यम से हम आपसे जुड़े रहेंगे और एफ़एम रेडियो पर,पार्टनर स्टेशन पर बीबीसी हिंदी के खेल, मनोरंजन और जाने माने लोगों के इंटरव्यू कार्यक्रम जारी रहेंगे.
|
ऐसे समय में जब दुनियाभर में स्वच्छ पत्रकारिता खत्म होती जा रही है, मीडिया से गांव और आम आदमी गायब होते जा रहे हैं, तब बीबीसी की हिंदी सेवा का बंद होना स्वतंत्र पत्रकारिता पर कुठाराघात के समान है.
वित्तीय कठिनाइयां हैं तो उनका हल ढूंढ़ा जा सकता है. बीबीसी को खुद में कुछ बदलाव के लिए सोचना चाहिए जैसे कि विज्ञापन, इसके लिए कई सेवाओं को बंद करना उचित नहीं कहा जा सकता.
मैंने खुद भी बचपन से बीबीसी को सुना है और कई मौके ऐसे आए जब बीबीसी के अलावा कहीं से सही और सटीक जानकारी नहीं मिली. भारत के ग्रामीण इलाकों में आज भी लोग बीबीसी में गहरी आस्था और विश्वास रखते हैं.
यह एक युग का अंत है, विश्व के करोड़ो हिंदी प्रेमियों की गहरा आघात लगा है.
फोरम के बाकि सदस्यों की इसपर क्या राय है, कृपया जरुर लिखे.