Re: मकर संक्रांति और पोंगल ..
मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर पर्व के महात्म्य तथा इसके विभिन्न रूपों की सुंदर व्याख्या प्रस्तुत करने के लिए धन्यवाद, देवराज जी.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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