30-03-2011, 11:55 AM
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#23
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Re: MyHindiForum की बेडियाँ!
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Originally Posted by arvind
जितेंद्र जी की पद-लोलुपता से मै बिल्कुल हतप्रभ रह गया। इनकी जुर्रत तो देखिये, बाकायदा तो इन्होने इसके लिए फोरम-प्रबंधन विभाग मे एक सूत्र बनाकर अपनी महत्वाकांक्षा भी जाहिर कर दिया। जहा तक मेरी जानकारी है - इस फोरम पर कभी भी किसी सदस्य ने पद के लिए कोई विवाद खड़ा नहीं किया। सभी लोग ये भी जानते है की अभिषेक जी के बाद अगर कोई है तो वो जितेंद्र जी है - भले ही पद का उल्लेख ना किया गया हो। किसी भी संस्था मे अगर एक ही प्रशासक होता है तो संस्था सुचारु रूप से चलती है, अन्यथा टकराव की स्थिति हमेशा बनी रहती है।
जहा तक जितेंद्र जी "प्रशासक" बनना चाहते है तो मै यही कहूँगा की इनसे भी ज्यादा कर्मठ लोग इस फोरम पर मौजूद है जो फोरम को नई उचाई तक ले जाने मे सक्षम है।
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उनकी बातों से तो लगता है कि किसी भी संस्था में अगर कोई कर्मचारी बहुत बढ़िया काम करता है तो उसे सीधे मालिक बना दिया जाय या फिर उस संस्था की आधी हिस्सेदारी दे दी जाय......
कल को अगर टाटा या अम्बानी ग्रुप के g.m. ये कह दे कि मेने कम्पनी को इतना बढ़ा बिजिनिस दिया है या फिर मेने कंपनी को कहाँ से कहाँ पहुंचा दिया है मुझे कंपनी में आधी हिस्सेदारी चाहिए,,,,या फिर ये कह दे कि मुझे कंपनी का वारिस बना दिया जाय ......तो क्या ये जायज मांग हैं??
ठीक है आपने इतना काम किया लेकिन जिसने पैंसे लगाये हैं आखिर कंपनी तो उसी की है ना.....
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