आप सभी लोगों को इस सूत्र में विचार रखते देख कर मुझे प्रसन्नता हो रही है. मौलिकता से मेरे आशय यही था की जो कुछ आपके मन में हो उसे आप व्यक्त करे.
मैंने अभी तक सरसरी तौर पर जो सूत्र देखे है, उनमे ज्यादातर कुछ इस प्रकार के कॉपी पेस्ट है, जिनमे 'अच्छा है' 'बहुत खूब' जैसे जुमलों के अलावा ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता. आप लोग खुद ही समझ सकते है, इस सूत्र में जितने सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किये है, उसका एक कारण इसके विषय के भीतर छुपी हुई संभावना भी है. ठीक इसी प्रकार ऐसे बहुत से सामजिक, राजनैतिक, सांस्कृतिक विषय हमारे आस पास घटित होते रहते है, जिन पर हम अपने विचार रख सकते है - फोरम का अर्थ भी यही होता है - ऐसा मंच जहाँ सभी अपने अपने विचार रख सके.
आशा है सभी सदस्यों के सहियोग से इस फोरम में भी ऐसा निरंतर हो पाएगा